Thursday, 11 January 2018

आँख में कजरा

आँख में कजरा बाल में
गजरा बिंदिया झोला खाए
रे
देख के तेरी मस्त जवानी
चंदा


भी शरमाए रे
ओय ओय ओय ओय ओय
मेरी चूनर उड़ उड़ जाए
हाय मेरा दिल घबराए
कोई ये तो बताए मुझे ये
क्या हुआ है
मेरा दिल क्यूँ मचला
जाए हाय


मेरी चूनर उड़ उड़ जाए ...
चुनरी चुनर तेरी
चुनरी चुनर तेरी
उनके दरस को हरपल मेरी
आँखें
तरसी जाएं


तन्हाई बेचैनी मुझको
क्यूं इतना
तड़पाएं
खनन खनन खनन खनन
कोई ये तो बताए ...
चुनरी चुनर तेरी
चुनरी चुनर तेरी
रंग रंगीली चूनर
मेरी लहरों सी लहराए


मस्त पवन के चंचल झोंके
प्रीत के
गीत सुनाएं
खनन खनन खनन खनन
कोई ये तो बताए ...


No comments:

Post a Comment

হাসপাতালে

আমার -এ শরীর আজও স্পর্শ চায় আরও একবার তোমাকে বিছানায়... মাঝপথে আটকিয়ে যাওয়া আখাঙ্খায় আজও কেউ বসে দক্ষিণ জানালায়... দক্ষিণের সামুদ্রিক...